भायंदर: रो-रो यात्री नौका सेवा, जो महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड द्वारा वसई खाड़ी में वसई और भायंदर के बीच “प्रयोगात्मक आधार” पर संचालित की जा रही है, एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है जो सुनिश्चित करेगा कि इस क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से संचारित किया जा सके। इस सेवा के शुरू होने से पहले ही कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ा था।
इस रो रो सेवा का उद्घाटन 20 फरवरी को हो रहा है, और यह यात्रा करने वालों को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से वसई और भायंदर के बीच पहुंचाएगी। इसके साथ ही, यह एक पर्यावरण के अनुकूल जल परिवहन सेवा है जो प्रदूषण मुक्त है और लोगों को सड़क मार्ग से यात्रा करने के बजाय एक सुविधाजनक विकल्प प्रदान करेगी।
टाइम की बचत
महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड की तरफ से इस सेवा की महत्वपूर्णता को समझते हुए, इस रो रो सेवा का मुख्य उद्देश्य यात्रा करने वालों को सुरक्षित और टाइम की बचत जैसी सुविधा प्रदान करना है। जहाँ सड़क द्वारा तक़रीबन १ घंटा लगता है वहीँ १५ मिनट में ये सर्विस से पंहुचा जा सकता है।
इससे नहीं सिर्फ यात्रा को सुरक्षित बनाया जा रहा है, बल्कि इससे वसई से भायंदर तक यात्रा करने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम और ईंधन की बचत का भी लाभ होगा। यह एक प्रदूषणमुक्त विकल्प है, जो स्थानीय जनता को आराम से और सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान जाने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।
इस सेवा के माध्यम से, भायंदर और वसई के बीच तेजी से और सुरक्षित यात्रा करने का एक नया रास्ता खुला है, जो लोगों को अधिक आरामदायक तरीके से यात्रा करने का मौका देगा। हालांकि पहले इस सेवा का उद्घाटन १६ फ़रवरी को केंद्रीय मंत्री सदानंद सोनोवाल द्वारा होना तय था, लेकिन कुछ तकनीकी खराबी की कारण शुक्रवार को टाल दिया गया।
प्रारंभिक टैरिफ के अनुसार, मोटरसाइकिल (सवार के साथ) के लिए ₹60, तिपहिया/मिनीडोर (ड्राइवर के साथ) के लिए ₹100, कार के लिए ₹180 (ड्राइवर के साथ), मछली, मुर्गियां, फलों की प्रति टोकरी ₹40 का शुल्क लिया जाएगा। बकरी और भेड़ जैसे जानवरों के लिए ₹40, 12 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों के लिए ₹30 और 3 से 12 वर्ष की आयु के यात्रियों के लिए ₹15