बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है. सरकार के पक्ष में 129 वोट पड़े, जबकि विपक्षी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए. इससे पहले आरजेडी खेमे के तीन विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव नीतीश कुमार के समर्थन में आ गए थे.
पटना: बिहार में नीतीश कुमार ने फ्लोर टेस्ट (Floor Test) पास कर लिया है. वोटिंग से पहले विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया. इसके बावजूद सत्तापक्ष ने सदन से वोटिंग की मांग की. बहुमत की इस लड़ाई में पक्ष में 129 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा. वहीं, विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने अपना समर्थन सरकार को दिया. बिहार विधानसभा में विधायकों की संख्या 243 है. इससे पहले सदन में चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ.
सदन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 15 सालों तक लालू राबड़ी की सरकार थी, उन दिनों शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था. 2005 से हमें काम करने का मौका मिला. हमारी सरकार में आरजेडी को जब शिक्षा मंत्रालय मिला, तो वहां गड़बड़ी ये लोग करने लगे. इनके (तेजस्वी) माता पिता को 15 साल तक काम करने का मौका मिला. लेकिन इन्होंने क्या किया. हमने हिंदू मुस्लिम का झगड़ा बंद कराया.
नीतीश कुमार ने कहा कि अब पूरे तौर से लोगों के हित में विकास का काम होता रहेगा। 7 निश्चय एक और 2 से बिहार के लोगों का कितना फायदा हुआ है। हम कभी भी किसी के खिलाफ नहीं है। हमको बीच में तकलीफ हो गई, हम इनको इज्जत दिए हुए थे, पता चला कि ये लोग कमा रहे हैं।
खूब चला खेला
वहीं विधानसभा में विश्वास मत (Floor Test) हासिल करने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम अपनी पुरानी जगह आ गए हैं, लेकिन किसी का नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. बिहार विधानसभा में राजद नेता तेजस्वी ने कहा, “क्या प्रधानमंत्री मोदी इस बात की गारंटी दे सकते हैं कि नीतीश कुमार फिर से पाला नहीं बदलेंगे.”
बिहार में 19 फरवरी को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. सूत्रों ने ये जानकारी दी है.
आरजेडी ने नीतीश सरकार को गिराने के लिए सत्तापक्ष के आठ विधायकों के साथ प्लानिंग रची थी. इनमें जेडीयू के पांच विधायक और बीजेपी के तीन विधायक थे. जेडीयू के पांच विधायकों में बीमा भारती, मनोज यादव, सुदर्शन, डॉ संजीव और दिलीप राय शामिल थे. वहीं, बीजेपी के विधायकों में रश्मि वर्मा, भागीरथी देवी और और मिश्रीलाल यादव थे.