मीरा रोड: पिछले महीने मीरा रोड में हुई सांप्रदायिक हिंसा और स्थानीय विधायक गीता जैन और भाजपा विधायक नितेश राणे के कथित भड़काऊ बयानों के बाद, नया नगर पुलिस ने छह लोगों को अपने बयान दर्ज करने और सबूत के साथ पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने को कहा है। मीरा रोड के छह लोगों ने पुलिस को आवेदन देकर जैन और राणे के खिलाफ उनके भड़काऊ बयानों के लिए कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने उनसे बुधवार सुबह 11 बजे अपने दावों के सबूत पेश करने को कहा है। जिसके बाद दोनों विधायकों पर FIR हो सकती है।
क्या गीता जैन – नितेश राणे ने दिए थे भड़काऊ बयान?
मीरा रोड हिंसा की जांच में ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि स्थानीय लोगों ने लिखित तौर पर इन दोनों नेताओं पर मीरा भायंदर वसई विरार के मुख्यालय के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया है। हिंसा की जांच कर रही नया नगर पुलिस ने इस मामले में छह शिकायतकर्ताओं को बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा है।
“हां, हमें नोटिस आयी है और हम अपने बयान दर्ज करवाने जा रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में बैठकर बाक़ायदा प्रेस कांफ्रेंस में धमकी दी गयी। नेशनल मीडिया में भी क्लिप चली है, दोनों की। हमारे पास सारे सबूत है,” सीपीआई(एम) के नेता सादिक बाशा ने कहा।
पुलिस की कार्रवाई ऐसे समय में हो रही है जब राजनीतिक पार्टियां मीरा रोड में रैलियां आयोजित करने का प्रयास कर रही हैं।
बीजेपी के फायरब्रांड नेता और तेलंगाना के विधायक टी राजा सिंह ने मीरा रोड में एक कार्यक्रम की योजना बनाई थी, जिसे बाद में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती को देखते हुए रद्द कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर, एआईएमआईएम के पूर्व विधायक वारिस पठान ने भी मीरा रोड के दौरे की घोषणा की थी. पुलिस ने पठान को उनके दौरे से पहले ही धारा 149 के तहत नोटिस थमा दिया था। लेकिन, वारिस पठान के सोमवार को मीरा रोड में घुसते ही हिरासत में ले लिया गया था। फिर से टी राजा ने एक वीडियो जारी कर २५ फ़रवरी को मीरा रोड़ आने का दावा किया है। अब देखना ये है की पुलिस पठान की तरह उसे रोक पाती है या नहीं।
सबूत इंटरनेट पर फैला हुआ है
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि बीजेपी विधायक नितेश राणे और स्थानीय विधायक गीता जैन ने भड़काऊ बयान दिए थे, जिससे बाद तनाव बढ़ गया था और दुकानों में तोड़फोड़ हुई थी। .
सांप्रदायिक झड़प के बाद इलाके में तनाव फैल गया था। पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए, दंगे को रोका। बाद में CCTV और वायरल वीडियो के ज़रिये २३ लोगों को गिरफ्तार किया था। 23 जनवरी को ही मीरा भायंदर महानगर पालिका ने भी अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की थी। जब पुलिस ने कार्रवाई की तो एआईएमआईएम समेत अन्य संगठनों ने उन पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया था।
कौन हैं ये ६ लोग
अब पुलिस ने बीजेपी के विधायक नितेश राणे और गीता जैन के खिलाफ सबूत मांगे हैं। जबकि लोगों का कहना है कि, मुख्यालय के कैमरे में और नेशनल मीडिया के यूट्यूब चैनल्स पर सब मौजूद है। नया नगर पुलिस ने इस मामले में मिली छह शिकायतों को लेकर शिकायतकर्ताओं से 21 फरवरी को साक्ष्य पेश करने को कहा है। ये ६ शिकायतकर्ता है: सादिक बाशा (सीपीआईएम), विनोद चाँद(बिज़नेसमैन), जुलीराम यादव(प्रख्यात लेखक), सरोज राजेश्वरी, सुखदेव बेंबांसी(शिवसेना उद्धव गुट) और सबूर अंसारी(बिजनेसमैन).