भायंदर: राजस्व विभाग ने जारी किए गए सर्वे नंबर 295 के तहत, जिसमें 9 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है, में 4 एकड़ का क्षेत्र को मछुआरों के लिए मछली सुखाने और जाल की मरम्मत के लिए आवंटित किया था। बाकी क्षेत्र में स्थानीय मछुआरों द्वारा लगभग 40 से 50 वर्षों से 800 मछुआरों के घरों का निर्माण हो गया था।
राजस्व विभाग ने पहले ही नोटिस जारी किया था, जिसमें मकानों को हटाने की योजना बनाई गई थी। उत्तन वासियों ने विधायिका गीता जैन से मिल कर मदद के लिए अनुरोध किया था। इसके परिणामस्वरूप, विधायिका गीता भरत जैन ने राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील से मिलकर राजस्व विभाग की कार्रवाई को निलंबित करने को कहा था। मंत्री ने तत्काल विभाग को आदेश देकर कार्रवाई को स्थगित करने का निर्णय लिया।
इसके चलते, मंत्री जी की त्वरित कार्रवाही और गीता जैन के प्रयासों से उत्तन वासियों को बड़ी राहत मिली है। जिसके परिणामस्वरूप उत्तन वासियों ने सोमवार को एक सार्वजनिक अभिनन्दन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विधायिका गीता जैन ने मंत्री जी को क़ुइक रेस्पॉन्स के लिए धन्यवाद दिया। “उन्होंने भविष्य में शहर सर्वेक्षण की प्रक्रिया की जल्दी शुरू होने का आश्वासन भी दिया,” ऐसा गीता जैन ने कहा।
बैठक में पूर्व नगरसेवक लियो कोलासो, शर्मिला बगाची, एडवर्ड जाशिंटो, पीटर डीकन्हा, चेअरमन विन्सन बांड्या, संचालक पीटर घावट्या, चेअरमन रेनॉल्ड बेचरी, प्रोफेसर संदीप बुरकेन, बाबू कांबळे और स्थानीय कोली बंधु भी मौजूद थे।