मीरा रोड: मीरा भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय द्वारा शनिवार 14 सितंबर 2024 को “जीवन-रक्षा” पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला मीरा रोड स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय के संवाद हॉल में शाम 4 बजे से 5:30 बजे तक आयोजित किया गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) मीरा भायंदर के प्रमुख चिकित्सक, डॉ. राजीव अग्रवाल और डॉ. पियूष जिंदल ने इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और ऑटो रिक्शा चालकों को आपातकालीन स्थितियों में जीवन-रक्षा की तकनीकों का प्रशिक्षण दिया। CPR प्रशिक्षण कार्यशाला
डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा, “आपातकालीन स्थितियों में सी.पी.आर. (Cardio Pulmonary Resuscitation) तकनीक द्वारा किसी व्यक्ति की छाती पर दबाव डालकर या मुंह से श्वास देकर उसकी जान बचाई जा सकती है। यह एक सरल किन्तु महत्वपूर्ण तकनीक है जिसे हर नागरिक को सीखना चाहिए। ताकि वक़्त रहते किसीकी भी जान बचाई जा सके.”
इस कार्यशाला के दौरान पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और 30 रिक्शा चालकों को सी.पी.आर. तकनीक का अभ्यास कराया गया। ऑटो रिक्शा यूनियन के नेता, रमजान खत्री ने कहा, “हमारे जैसे आम लोगों के लिए यह प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण है। कई बार सड़क दुर्घटनाओं में हम सबसे पहले पहुंचते हैं, और अब इस तकनीक की जानकारी होने से हम लोगों की जान बचाने में सक्षम होंगे।”
चरणबद्ध रूप से चलाया जाए
पुलिस आयुक्त मधुकर पांडेय के मार्गदर्शन और निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “यह प्रशिक्षण केवल एक शुरुआत है। हमारा उद्देश्य है कि आने वाले समय में इसे पूरे पुलिस आयुक्तालय में चरणबद्ध रूप से चलाया जाए, ताकि हमारे अधिकारी और कर्मचारी आपातकालीन परिस्थितियों में तत्परता से लोगों की जान बचा सकें।”
कार्यशाला में पुलिस उप आयुक्त (मुख्यालय) सुहास बावचे, सहायक पुलिस आयुक्त (वाहन) शंकर इंदलकर, काशिमिरा यातायात शाखा के पुलिस निरीक्षक देविदास हंडोरे सहित यातायात शाखा के 35 अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
कार्यशाला का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा सी.पी.आर. तकनीक के महत्व और इसे आम जनता के बीच फैलाने की आवश्यकता को लेकर चर्चा के साथ हुआ। CPR प्रशिक्षण कार्यशाला